Dwigu Samas का परिचय:
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे “Dwigu Samas” क्या है, “Dwigu samas kise kahate hain” और “Dwigu Samas Ke Udaharan”। हिंदी व्याकरण में समासों का एक महत्वपूर्ण वर्ग द्विगु समास है, जहाँ प्रथम पद में संख्यावाचक विशेषण और उत्तर पद प्रधान पद होकर समूह का बोध कराता है। उदाहरण के लिए “त्रिभुज” तीन भुजाओं वाला, “दोपहर” दो प्रहर का समाहार—ये सभी द्विगु समास के उत्कृष्ट उदाहरण हैं। इस ब्लॉग में दिए गए Dwigu Samas Ke Udaharan से आप समझ पाएँगे कि कैसे संख्यावाचक विशेषण एवं समूह पद मिलकर संक्षिप्त एवं प्रभावशाली शब्द बनाते हैं।
द्विगु समास किसे कहते हैं (Dwigu Samas kise kahate hain) ?
“जिस समास का उत्तर पद प्रधान हो तथा पूर्वपद /प्रथम पद कोई संख्यावाची विशेषण हो, उसे द्विगु समास कहते है ।
उदाहरण :- पंचवटी = पाँच वाटों का समाहार ।
विशेषण :- उक्त उदाहरण “पंचवटी” का समास-विग्रह “पाँच वाटों का समाहार” है । जिसका प्रथम पद “पाँच” संख्यावाची है तथा दूसरा पद “वाट” प्रधान है ।
अष्टभूज = आठ भूजा का समुह ।
* विशेषण :- उक्त उदाहरण “अष्टभूज” का समास-विग्रह “आठ भूजा का समुह” है । जिसका प्रथम पद “आठ” संख्यावाची है तथा दूसरा पद “भूजा” प्रधान है ।
त्रिभुज = तीन भूजाओं वाला ।
* विशेषण :- उक्त उदाहरण “त्रिभुज” का समास-विग्रह “तीन भूजाओं वाला” है । जिसका प्रथम पद “तीन” संख्यावाची है तथा दूसरा पद “भूजा” प्रधान है ।
दोपहर = दो प्रहर का समाहार ।
* विशेषण :- उक्त उदाहरण “दोपहर” का समास-विग्रह “दो प्रहर का समाहार ” है । जिसका प्रथम पद “दो” संख्यावाची है तथा दूसरा पद “प्रहर” प्रधान है ।
पंचपात्र = पाँच पात्रों का समुह ।
* विशेषण :- उक्त उदाहरण “पंचपात्र” का समास-विग्रह “पाँच पात्रों का समुह ” है । जिसका प्रथम पद “पाँच” संख्यावाची है तथा दूसरा पद “पात्र” प्रधान है ।
चौअन्नी = चार आनों का समुह ।
* विशेषण :- उक्त उदाहरण “चौअन्नी” का समास-विग्रह “चार आनों का समुह ” है । जिसका प्रथम पद “चार” संख्यावाची है तथा दूसरा पद “अन्नी” प्रधान है ।
दुअन्नी = दो आनों का समुह ।
* विशेषण :- उक्त उदाहरण “दुअन्नी” का समास-विग्रह “दो आनों का समुह” है । जिसका प्रथम पद “दो” संख्यावाची है तथा दूसरा पद “अन्नी” प्रधान है ।
द्विगु = दो गायों का समुह ।
* विशेषण :- उक्त उदाहरण “द्विगु” का समास-विग्रह “दो गायों का समुह” है । जिसका प्रथम पद “दो” संख्यावाची है तथा दूसरा पद “गु” प्रधान है ।
द्विगु समास का महत्वपूर्ण विशेषताएँ :-
(i) द्विगु समास का “उत्तर पद” प्रधान होता है ।
(ii) द्विगु समास का पूर्व पद कोई “संख्यावाची” होता है ।
(iii) द्विगु समास का “सामासिक पद” समूह का बोध कराता है ।
नोट(Note):- दिगु समास के उदाहरणों का समास-विग्रह करते समय “का समूह /का समाहार/वाला/वाली में से जो उचित हो उनमें से कोई एक जोड़ देते हैं ।
उदाहरण :- अठकोना = आठ कोनों वाला।, अष्टाध्यायी = आठ अध्यायों का समूह।, चतुर्वेद = चार वेदों का समूह आदि ।
Dwigu Samas ke 10 Udaharan
- द्विगु = दो गायों का समूह ।
- शताब्दी = शत (सौ) अब्दो (वर्षों) का समूह ।
- तिकोना = तीन कोनो वाला ।
- त्रिभुज = तीन भुजाओं वाला
- चौराहा = चार राहों का समाहार
- सप्ताह = सात अह्नों (दिनों) का समूह ।
- दुनाली = दो नालवाली ।
- षड्ऋतु = छः ऋतुओं का समूह ।
- त्रिशूल = तीन शूलों (काटों) का समूह ।
- चारपाई = चार पैरों वाली ।
कुछ अन्य Dwigu Samas ke Udaharan
- नवरात्र = नौ रात्रियों का समूह ।
- त्रिकाल = तीन कालों का समूह ।
- सप्तर्षि = सात ऋषियों का समूह ।
- चौपड़ = चार फड़ों के समुह वाली ।
- दुधारी = दो धारवाली ।
- षडरस = छह रसों का समुह ।
- चौमासा = चार मासों का समुह ।
- पंचपात्र = पांच पात्रों का समूह ।
- पंचतंत्र = पांच तंत्रों का समूह ।
- चौबारा = चार बारों (द्वारों) वाला भवन ।
- त्रिमूर्ति = तीन मूर्तियों का समूह ।
- नवनिधि = नौ निधियों का समूह ।
- नौलखा = नौ लाख रुपये के मूल्यवाला ।
- दुपहिया = दो पहियों वाली ।
- नवरत्न = नौ रत्नों का समूह ।
- चौकड़ी = चार कड़ियों वाली ।
- त्रिवेणी = तीन वेणियों (धाराओं) का समाहार ।
- चौखट = चार खूँटों वाली ।
- त्रिभूवन = तीन भुवनों का समाहार ।
- दुअन्नी = दो आनों का समुह ।
- दुअन्नी = दो आनों का समुह।
- दुसूती = दो सुतों वाला ।
- अठन्नी = आठ आनों का समुह ।
- अष्टधातु = आठ धातुओं का समुह । आदि ।
Dwigu Samas पर आधारित परीक्षा के लिए 15 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)
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1 प्रश्न: द्विगु समास किसे कहते हैं?
A) जिसमें उत्तर पद प्रधान हो और प्रथम पद संख्यावाची हो
B) जिसमें दोनों पदों में संज्ञा हो
C) जिसमें केवल एक पद प्रधान हो
D) जिसमें प्रथम पद प्रधान हो और उत्तर पद विशेषण हो
उत्तर: A
2 प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द द्विगु समास का उदाहरण नहीं है?
A) पंचवटी
B) त्रिभुज
C) चौराहा
D) विद्यालय
उत्तर: D
3 प्रश्न: “दोपहर” शब्द का समास-विग्रह क्या होता है?
A) दो पहियों का समूह
B) दो प्रहर का समाहार
C) दो पाठों का समूह
D) दो भागों का समुह
उत्तर: B
4 प्रश्न: “त्रिभुज” में “त्रि” कौन सा पद है?
A) प्रधान पद
B) द्वितीय पद
C) संख्यावाची विशेषण
D) समासिक पद
उत्तर: C
5 प्रश्न: “पंचपात्र” शब्द में प्रधान पद कौन-सा है?
A) पाँच
B) पात्र
C) समुह
D) समाहार
उत्तर: B
6 प्रश्न: द्विगु समास (Dwigu Samas) की एक विशेषता क्या नहीं है?
A) उत्तर पद प्रधान होता है
B) पूर्व पद संख्यावाची होता है
C) सामासिक पद समूह बोध कराता है
D) प्रथम पद सर्वनाम होता है
उत्तर: D
7 प्रश्न: निम्न में से कौन-सा समास-विग्रह “आठ भूमियों का समूह” है?
A) अष्टाध्यायी
B) अष्टभूमि
C) अष्टधातु
D) अष्टकोना
उत्तर: B
8 प्रश्न: “चौअन्नी” शब्द में “चौ” किस प्रकार का पद है?
A) सर्वनाम
B) संख्यावाची विशेषण
C) क्रिया
D) समुह सूचक
उत्तर: B
9 प्रश्न: “द्विगु” का समास-विग्रह क्या होगा?
A) दो गायों का समूह
B) दो पुस्तकों का समूह
C) दो दिशाओं का समूह
D) दो पहियों वाला
उत्तर: A
10 प्रश्न: “अष्टकोना” शब्द के समास-विग्रह में कौन-सा शब्द जोड़ा जाता है?
A) वाला
B) वाली
C) का समूह
D) का समाहार
उत्तर: A
11 प्रश्न: “दुअन्नी” शब्द में “अन्नी” कौन-सा पद है?
A) संख्यावाची विशेषण
B) प्रधान पद
C) क्रिया
D) संबंधबोधक
उत्तर: B
12 प्रश्न: “त्रिभुज” में “भुज” किसका समूह दर्शाता है?
A) दिशाओं का समूह
B) भुजाओं का समूह
C) पुस्तकों का समूह
D) घटकों का समूह
उत्तर: B
13 प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द समास-विग्रह “चार मासों का समूह” दर्शाता है?
A) चौमासा
B) चौराहा
C) चतुर्वेद
D) चारपाई
उत्तर: A
14 प्रश्न: “पंचवटी” शब्द में “वटी” शब्द किसका बोध कराता है?
A) वाटों का समूह
B) पुस्तकों का समूह
C) दिशाओं का समूह
D) कोनों का समूह
उत्तर: A
15 प्रश्न: द्विगु समास (Dwigu Samas) के नियमों में “पूर्व पद” का क्या गुण होता है?
A) सर्वनाम
B) विशेषण (संख्यावाची)
C) क्रिया
D) अव्यय
उत्तर: B
निष्कर्ष:
उम्मीद है कि अब आपको स्पष्ट हो गया होगा कि Dwigu Samas Kise Kahate Hain और किस प्रकार Dwigu samas ke udaharan भाषा को संक्षिप्त, अर्थपूर्ण और शैलीबद्ध बनाते हैं। लिखते समय इन समासों का प्रयोग करके आप अपने वाक्यों में नई जान डाल सकते हैं। आप भी रोज़ाना नए Dwigu Samas खोजें और उनके प्रयोग से अपनी लेखन-कौशल को निखारें। अपने अनुभव और सुझाव कमेंट में साझा करें—हमारी अगली पोस्ट में इसी फीडबैक को शामिल करेंगे!
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