संबंधवाचक सर्वनाम (Sambandh Vachak Sarvanam)?
प्रिय पाठकों हिन्दी व्याकरण में सर्वनाम के 6 (छह) भेद होते हैं , जिनमें से एक भेद संबंधवाचक सर्वनाम भी है । इस post में संबंधवाचक सर्वनाम की परिभाषा (Sambandh Vachak Sarvanam Ki paribhasha) , संबंधवाचक सर्वनाम के उदाहरण , अर्थ , प्रयोग आदि को बिल्कुल सरल , सहज व क्रमबद्ध तरीके से दिया गया है । यह Post वर्तमान में हो रहे सभी निम्न एवं उच्च स्तरीय Exam को ध्यान में रखकर बनाया गया है । मुझे पूर्ण आशा है , कि आपलोग इस post को समझेंगे । और अपने मित्रों को भी साझा (Share) करेंगे ।
Table of Contents
Toggle- संबंधवाचक सर्वनाम :- संबंध + वाचक + सर्वनाम अर्थात् संबंध का बोध (ज्ञान) करानेवाली सर्वनाम ।
- संबंध का अर्थ :- जोड़ना या जोड़नेवाला ।
संबंधवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं (Sambandh Vachak Sarvanam kise kahte hain) ?
“दो सर्वनामों को या दो संज्ञा पदों को या एक संज्ञा तथा एक सर्वनाम या किन्ही अन्य दो पदों को आपस में जोड़ता है, उसे संबंधवाचक सर्वनाम कहते हैं “।
जैसे :- संबंधवाचक सर्वनाम का प्रमुख दो उदाहरण है, जो अग्रलिखित है :- जो और सो ।
* अन्य उदाहरण :- जैसा, वैसा, जिसकी, उसकी, जहाँ, वहाँ आदि ।
संबंधवाचक सर्वनाम का अर्थ (Sambandh Vachak Sarvanam Ka arth) :-
“जो सर्वनाम किसी संज्ञा अथवा सर्वनाम को जोड़ने का कार्य करता है, वे संबंधवाचक सर्वनाम कहलाते हैं “।
संबंधवाचक सर्वनाम किसको जोड़ता है ?
“संबंधवाचक सर्वनाम दो सर्वनामों को या दो संज्ञा पदों को या एक संज्ञा तथा एक सर्वनाम या किन्ही अन्य दो पदों को आपस में जोड़ता है “।
जैसे :- संबंधवाचक सर्वनाम का प्रमुख दो उदाहरण है, जो अग्रलिखित है :- जो और सो ।
अन्य उदाहरण :- जैसा, वैसा, जिसकी, उसकी, जहाँ, वहाँ आदि ।
संबंधवाचक सर्वनाम के उदाहरण को वाक्य एवं उनके विश्लेषण के द्वारा समझते हैं :-
- वह कौन है जो मुझे नहीं जानता ?
विश्लेषण :- इस वाक्य में वह कौन तथा मुझे को आपस में “जो” सर्वनाम जोड़ता है । इसलिए “जो” संबंधवाचक सर्वनाम है। - जाके पैर न फटी विवाई सो का जाने पीर पराई ।
विश्लेषण :- इस वाक्य में पैर फटी विवाई तथा पीर को आपस में “जो और सो” सर्वनाम जोड़ता है । इसलिए “जो और सो” संबंधवाचक सर्वनाम है। - जैसा देश वैसा वैसा वेश ।
विश्लेषण :- इस वाक्य में देश और वेश को आपस में “जैसा और वैसा” सर्वनाम जोड़ता है । इसलिए “जैसा और वैसा” संबंधवाचक सर्वनाम है। - जो बोओगे वहीं काटोगे ।
विश्लेषण :- इस वाक्य में बोओगे तथा काटोगे को आपस में “जो और वहीं यानि सो” सर्वनाम जोड़ता है । इसलिए “जो और वहीं यानि सो” संबंधवाचक सर्वनाम है।
संबंधवाचक सर्वनाम के 10 उदाहरण (Sambandh Vachak Sarvanam Ke Udaharan) :-
- जो सोएगा वह खोएगा ।
- जो जागेगा सो पावेगा ।
- जो सोता है , सो खोता है ।
- जहाँ न जाए रवि वहाँ जाए कवि ।
- जिसकी लाठी उसकी भैंस ।
- जैसा करोगे , वैसा पाओगे ।
- जैसी करनी , वैसी भरनी ।
- जिसकी लाठी उसकी खेत ।
- जैसा कर्म वैसा परिणाम।
- जैसा चाहोगे वैसा पाओगे ।
- जैसा बोओगे वैसा काटोगे आदि ।
सम्पूर्ण सर्वनाम को विस्तारित रूप से समझने के लिए यहाँ क्लिक करें |
मुझे आशा है, की उपर्युक्त लिखे हुए पोस्ट में सर्वनाम के भेद, संबंधवाचक सर्वनाम का परिभाषा, उदाहरण,अर्थ, प्रयोग आदि को समझ लिए होंगे और अपने मित्रों को साझा भी कर दिए होंगे ।
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धन्यवाद !
अधिकत्तर पूछे जाने वाली प्रश्न (FAQs)
Q1. संबंधवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं (Sambandh Vachak Sarvanam kise kahate hain) ?
उत्तर:- दो सर्वनामों को या दो संज्ञा पदों को या एक संज्ञा तथा एक सर्वनाम या किन्ही अन्य दो पदों को आपस में जोड़ता है, उसे संबंधवाचक सर्वनाम कहते हैं ।
जैसे :- जो और सो, जैसा – वैसा , जिसकी – उसकी आदि ।
Q2. जैसी करनी वैसी भरनी इस वाक्य में कौन – सा सर्वनाम है ?
उत्तर:- Sambandh Vachak Sarvanam
Q3. जिसकी लाठी, उसकी भैंस । इस वाक्य में जिसकी – उसकी कौन-सी सर्वनाम है ?
उत्तर:- संबंधवाचक सर्वनाम ।
Q4. जो रोपोगे वो काटोगे । इस वाक्य में जो और वो कौन – सी सर्वनाम है ?
उत्तर:- संबंधवाचक सर्वनाम ।
Q5. जब लें अंब में डाभ न होई तब लें सुगंध बसाई न सोई। इस वाक्य में Sambandh Vachak Sarvanam कौन है ?
उत्तर:- जब – तब ।
Q6. जबतक साँस है तबतक आश है । इस वाक्य में Sambandh Vachak Sarvanam कौन है ?
उत्तर:- जबतक – तबतक ।
Q7. जहां न जाए रवि वहां जाए कवि । इस वाक्य में जहां – वहां कौन सर्वनाम है ?
उत्तर:- संबंधवाचक सर्वनाम ।
1 thought on “Sambandh Vachak Sarvanam: परिभाषा और उदहारण अदि |”