संज्ञा (Sangya in Hindi) || भेद, उदाहरण, शाब्दिक अर्थ आदि ।। Noun

संज्ञा - (Sangya in Hindi)

संज्ञा किसे कहते हैं? (Sangya ki paribhash)

“किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या भाव के नाम को संज्ञा कहते है ।”
जैसे :- व्यक्ति :- राम, श्याम, मोहन, सीता, कमला, राधा, मीरा, पार्वती, द्रौपदी, रणजीत, अरविंद, अरूण, सुमन, चंदन, दीपक इत्यादि  ।

वस्तु :- कलम, कांपी, मेज, कुकर, किताब, रामायण, रामचरितमानस, समाचार पत्र इत्यादि ।
स्थान:- सुपौल, सहरसा, मधुबनी, पटना, सदानंदपुर, कल्याणपुर, बिशनपुर, बिहार, आगरा, भारत, अमेरका, नेपाल, पाकिस्तान, चीन  इत्यादि ।
भाव :- जिन्हें हम केवल महसुस करते है ।
जैसे :- क्रोध, क्षमा, दया, प्यार, विश्वास  इत्यादि ।

संज्ञा (Sangya) किसे कहते हैं ?

“किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या भाव के नाम को Sangya कहते है ।”

व्यक्तिवाचक संज्ञा किसे कहते है ?

” जिस संज्ञा से किसी खास (विशेष) व्यक्ति, वस्तु, स्थान का बोध होता है, उसे व्यक्तिवाचक Sangya कहते है।”

जातिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं

“जिस संज्ञा से किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान आदि के सम्पूर्ण जाति भर का बोध होता है, उसे जातिवाचक संज्ञा कहते हैं ।”

समुहवाचक संज्ञा किसे कहते है ?

“जिस संज्ञा से किसी व्यक्ति या वस्तु के समुह भर का बोध होता है, उसे समुहवाचक संज्ञा कहते हैं “।

जैसे :- वर्ग, विद्यालय, परिवार, मेला, गुच्छा, घौद, घर, संसद, समिति  आदि ।

द्रव्यवाचक संज्ञा किसे कहते हैं ?

“वह संज्ञा जिससे किसी वास्तु या पदार्थ को “मापा या तौला” जा सकता है , उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं” ।
जैसे :-
गेहूँ, चावल, आटा, दाल, सेब, संतरा, अनार, दूध, दही, तेल, डीजल, पेट्रोल,  आदि ।

भाववाचक संज्ञा किसे कहते हैं ?

“जिस संज्ञा से किसी व्यक्ति या वस्तु के गुण, धर्म, दोष, आकार, अवस्था या व्यापार आदि का बोध होता है, उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं “।
जैसे :-
लंबाई, चौड़ाई, बुढ़ापा, नम्रता, मिठास, चतुराई, क्रोध, घृणा, प्रेम, उमंग, सच्चाई आदि ।

मैं आशा करता हूँ, कि आपलोग उक्त post में संज्ञा (Sangya), संज्ञा के उदाहरण, संज्ञा के प्रकार, भेद, उपभेद आदि को उदाहरण के द्वारा क्रमबद्ध ढंग से समझ गये होंगे। जो आपके बिहार बोर्ड परीक्षा के साथ-साथ प्रत्येक प्रतियोगिता परीक्षा के लिए उपयोगी सिद्ध हुआ होगा । यह post आपको हिन्दी व्याकरण (Hindi Grammar), संस्कृत व्याकरण (Sanskrit Grammar ) एवं अंग्रेजी व्याकरण (English grammar) को सरल, क्रमबद्ध, व सुस्पष्ट, वर्णन करता है । इसे अध्ययन कर आप इन सभी Grammar के क्षेत्र में अपने ज्ञान अर्जित कर सभी Exam में सफलता प्राप्त कर सकते हैं ।


Leave a comment

error: Content is protected !!