निश्चयवाचक सर्वनाम (Nishchay Vachak Sarvanam)
नमस्ते ! प्रिय पाठकों हिन्दी व्याकरण में सर्वनाम के 6 (छह) भेद होते हैं, जिनमें से एक भेद निश्चयवाचक सर्वनाम भी है । इस post में निश्चयवाचक सर्वनाम की परिभाषा (Nishchay vachak sarvanam Ki paribhasha), निश्चयवाचक सर्वनाम के अर्थ, प्रयोग, उदाहरण आदि को बिल्कुल सरल, सहज व क्रमबद्ध तरीके से दिया गया है । यह Post वर्तमान में हो रहे सभी निम्न एवं उच्च स्तरीय Exam को ध्यान में रखकर बनाया गया है । मुझे पूर्ण आशा है, कि आपलोग इस post को समझेंगे । और अपने मित्रों को भी साझा (Share) करेंगे ।
Table of Contents
Toggleनिश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं (Nishchay Vachak Sarvanam kise kahate hain)?
“वह सर्वनाम जो संज्ञा से पहले लगकर संज्ञा को निश्चित करता है , उसे निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं “।
जैसे :- Nishchay vachak sarvanam मुख्य रूप से दो है , जो अग्रलिखित हैं :- यह और वह ।
निश्चयवाचक सर्वनाम :- निश्चय का बोध करानेवाली सर्वनाम ।
* निश्चयवाचक सर्वनाम क्या हैं ?(Nishchay Vachak Sarvanam kya hain) या Nishchay Vachak Sarvanam Ka arth kya hota hain ?
उत्तर:- “वह सर्वनाम जो निश्चितता का बोध कराता है , वे निश्चयवाचक सर्वनाम कहलाता है “।
(अतः इस परिभाषा में “निश्चित” का अर्थ क्या है ? , “निश्चित” कौन है ? , किसे “निश्चित” करता है ? तो इसका उत्तर – “संज्ञा” होगा , क्योंकि संज्ञा का संबंध ‘सर्वनाम’ से है ।)
निश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण (Nishchay vachak sarvanam ke udaharan)
चलिए दोस्तों अब निश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण को वाक्य के द्वारा स्पष्टः समझते हैं :-
जैसे :- यह कलम है ।
(अतः उक्त वाक्य में “कलम” शब्द एक संज्ञा है तथा कलम से पहले “यह” सर्वनाम आया है । “यह” सर्वनाम “कलम” की निश्चितता एवं निकटता का बोध कराती है । इसलिए यह निश्चयवाचक सर्वनाम है ।)
वह घोड़ा है ।
(अतः उक्त वाक्य में “घोड़ा” शब्द एक संज्ञा है तथा घोड़ा से पहले “वह” सर्वनाम आया है । “वह” सर्वनाम “घोड़ा” की निश्चितता एवं दूरी का बोध कराती है । इसलिए वह निश्चयवाचक सर्वनाम है ।)
यह गाय है ।
अतः उक्त वाक्य में “गाय” शब्द एक संज्ञा है तथा गाय से पहले “यह” सर्वनाम आया है । “यह” सर्वनाम “गाय” की निश्चितता एवं निकटता का बोध कराती है । इसलिए यह निश्चयवाचक सर्वनाम है ।)
वह विलायती चूहा है ।
(अतः उक्त वाक्य में “चूहा” शब्द एक संज्ञा है तथा चूहा से पहले “वह” सर्वनाम आया है । “वह” सर्वनाम “चूहा” की निश्चितता एवं दूरी का बोध कराती है । इसलिए वह निश्चयवाचक सर्वनाम है ।) आदि ।
नोट (Note) :- निश्चयवाचक सर्वनाम से किसी संज्ञा का निश्चित ज्ञान , दूरी या निकटता का बोध होता है ।
जैसे :-
यह कलम है । (यहाँ निश्चित रूप से “कलम” है और निकट भी है ।)
यह लड़की है । (यहाँ निश्चित रूप से “लड़की” है और निकट भी है ।)
यह मोहन है । (यहाँ निश्चित रूप से “मोहन” है और निकट भी है ।)
ये किताब हैं । (यहाँ निश्चित रूप से “किताब” है और निकट भी है ।)
ये कुर्सियाँ हैं । (यहाँ निश्चित रूप से “कुर्सियाँ” है और निकट भी है ।)
वह किताब है । (यहाँ निश्चित रूप से “किताब” है और दूरी का बोध भी कराती है ।)
वह हाथी है । ( (यहाँ निश्चित रूप से “हाथी” है और दूरी का बोध भी कराती है ।)
वे पुस्तके हैं । (यहाँ निश्चित रूप से “पुस्तके” है और दूरी का बोध भी कराती है ।)
वे लड़कियाँ हैं । (यहाँ निश्चित रूप से “लड़कियाँ” है और दूरी का बोध भी कराती है ।)
निश्चयवाचक सर्वनाम और पुरुषवाचक सर्वनाम में अंतर क्या है ? (Nishchay vachak Sarvanam aur Purushvachak Sarvnam me antar kya hai) ?
:- निश्चयवाचक सर्वनाम और पुरुषवाचक सर्वनाम में अंतर निम्नांकित है :-
निश्चयवाचक सर्वनाम
(Nishchay vachak sarvanam)
“निश्चयवाचक सर्वनाम किसी संज्ञा का निश्चित ज्ञान , दूरी या निकटता का बोध कराता है “।
जैसे :- उसका नाम मोहन है । देखो , वह पढ़ रहा है ।
विश्लेषण :- उपर्युक्त वाक्य में मोहन कुछ दूरी पर है । उसकी ओर इशारा किया जा रहा है । इसलिए “वह” निश्चयवाचक सर्वनाम है ।
* वहाँ सीता है । देखो , वह जा रही है ।
विश्लेषण :- उपर्युक्त वाक्य में सीता कुछ दूरी पर है । उसकी ओर इशारा किया जा रहा है । इसलिए “वह” निश्चयवाचक सर्वनाम है ।
* इस दूध को क्यों नहीं पी रहें हो ? यह बहुत मीठा है ।
विश्लेषण :- उपर्युक्त वाक्य में दूध का गिलास निकट है । उसकी ओर इशारा किया जा रहा है । इसलिए “यह” निश्चयवाचक सर्वनाम है ,आदि ।
पुरूषवाचक सर्वनाम
(Purushvachak sarvanam)
“पुरूषवाचक सर्वनाम किसी व्यक्ति या वस्तु विशेष का बोध कराता है “।
जैसे :- मोहन अच्छा लड़का है , क्योंकि वह जा रहा है ।
सीता सुंदर लड़की है , क्योंकि यह सरल हृदयवाली है ।
राम पढ़ाकू लड़का है , वह अभी पढ़ रहा है ।
विश्लेषण :- उपर्युक्त वाक्य में मोहन , सीता और राम व्यक्ति विशेष का बोध कराता है । लेकिन यहाँ “यह और वह” उनकी निश्चित दूरी एवं निकटता का बोध नहीं कराता है । इसलिए यहाँ – यह और वह पुरूषवाचक सर्वनाम होगा ।
तुम्हें प्रत्येक दिन फल खाना चाहिए। यह स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है ।
विश्लेषण :- उपर्युक्त वाक्य में फल अभी रखा हुआ है । सिर्फ चर्चा हो रही है । इसलिए “यह” पुरूषवाचक सर्वनाम है ।
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मुझे आशा है, की उपर्युक्त लिखे हुए पोस्ट में सर्वनाम के भेद, Nishchay vachak sarvanam का परिभाषा, उदाहरण, अर्थ, प्रयोग आदि को समझ लिए होंगे ।
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धन्यवाद !
अधिकत्तर पूछे आने वाली प्रश्न (FAQs)
1. निश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं (Nishchay Vachak Sarvanam kise kahate hain) ?
उत्तर- वह सर्वनाम जो संज्ञा से पहले लगकर संज्ञा को निश्चित करता है , उसे निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं ।
जैसे :- यह और वह ।
2. निश्चयवाचक सर्वनाम क्या हैं (Nishchay Vachak Sarvanam kya hain)?
उत्तर- वह सर्वनाम जो निश्चितता का बोध कराता है , वे निश्चयवाचक सर्वनाम कहलाता हैं ।
3. जिस सर्वनाम से निश्चितता का बोध होता है , क्या कहलाते हैं ?
उत्तर- निश्चयवाचक सर्वनाम ।
4. यह कौन – सा सर्वनाम है ?
उत्तर- निश्चयवाचक सर्वनाम ।
5. “वह” सर्वनाम है ?
उत्तर- निश्चयवाचक सर्वनाम ।
6. आपको यह काम करना है । इस वाक्य में “यह” सर्वनाम है –
उत्तर- निश्चयवाचक सर्वनाम ।
7. निश्चयवाचक सर्वनाम में “वह” शब्द किसका बोध कराती है ?
उत्तर- किसी व्यक्ति या वस्तु के निकटता का ।
8. निश्चयवाचक सर्वनाम में “वह” शब्द किसका बोध कराती है ?
उत्तर- किसी व्यक्ति या वस्तु के दूरी का ।
9. किस सर्वनाम से किसी संज्ञा का निश्चित ज्ञान, दूरी या निकटता का बोध होता है ?
उत्तर- निश्चयवाचक सर्वनाम ।
10. निश्चयवाचक सर्वनाम का अंग्रेजी क्या होता है ?
उत्तर- Demonstrative Pronoun
1 thought on “Nishchay Vachak Sarvanam : निश्चयवाचक सर्वनाम – परिभाषा और उदाहरण आदि |”